पटना हाईकोर्ट की फटकार के बाद CM नीतीश कुमार ने ऑक्सीजन की उपलब्धता और आपूर्ति को लेकर हाई लेवल रिव्यू मीटिंग की। मीटिंग में CM ने कहा कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन की जरूरतों का आकलन करें। ऑक्सीजन जेनेरेशन कैपिसिटी को बढ़ाने के लिए तेजी से काम करें। ऑक्सीजन जेनेरेशन के लिए रिफिलिंग प्लांट, बॉटलिंग प्लांट, टैंकर आदि की व्यवस्था के लिए जरूरी कदम उठाएं। इसके लिए सरकार राशि उपलब्ध कराएगी। उन्होंने साथ ही सरकारी अस्पतालों में बेड बढ़ाने और ऑक्सीजन-दवा की कालाबाजारी पर तुरंत नियंत्रण करने का भी निर्देश अधिकारियों को दिया।
मीटिंग में CM के दिए सात बड़े निर्देश
- ऑक्सीजन की जरूरतों का आकलन कर ऑक्सीजन जेनेरेशन कैपिसिटी को बढ़ाने के लिए तेजी से काम करें।
- ऑक्सीजन जेनेरेशन के लिए रिफिलिंग प्लांट, बॉटलिंग प्लांट, टैंकर आदि की व्यवस्था के लिए सरकार राशि उपलब्ध कराएगी।
- सरकारी मेडिकल अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ाएं।
- मरीजों को दवा और ऑक्सीजन की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित कराना है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
- रेमडेसिविर और ऑक्सीजन सिलिंडर बाजार में बेचने वाले धंधेबाजों पर नजर रखें और कड़ी कार्रवाई करें।
- मरीजों से मनमाना चार्ज वसूलने पर प्राइवेट एंबुलेंस वालों पर कार्रवाई करें।
- स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस की संख्या और बढ़ाए।
कालाबाजारी पर कंट्रोल के सख्त निर्देश
CM ने कहा कि यह पता करें कि वैसे कौन से दुकानदार हैं जो रेमडेसिविर और ऑक्सीजन सिलिंडर बाजार में बेच रहे हैं। संकट के इस दौर में गड़बड़ करने वाले धंधेबाजों पर नजर रखें और कड़ी कार्रवाई करें। मरीजों से मनमाना चार्ज वसूलने वाले प्राइवेट एंबुलेंस वालों पर कार्रवाई करें। स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से भी एंबुलेंस की संख्या और बढ़ाये।
इससे पहले उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने स्टेट्स ऑफ लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, डेली सप्लाई स्टेटस, डिस्ट्रिक्ट वाइज डिमांड और सप्लाई की स्थिति, ऑक्सीजन प्रोडक्शन और बॉटलिंग स्टेट्स, टैंकर की स्थिति आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस हाईलेवल मीटिंग में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, सहित कई अधिकारी जुड़े रहे।
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